SVANidhi Samvaad: पीएम मोदी ने रेहड़ी-पटरी वालों से किया संवाद, बताए कमाई बढ़ाने के मंत्र
लॉकडाउन के बाद रेहड़ी-पटरी वाले अपने काम को फिर से शुरू कर सकें, इसके लिए केंद्र सरकार ने 'पीएम स्वनिधि योजना' योजना शुरू की थी
प्रधानमंत्री ने अपने संवाद के दौरान रेहड़ी-पटरी वालों को गरीबों के लिए चलाई जा रही केंद्र की योजनाओं के बारे में भी अवगत कराया. (Photo-PIB)
प्रधानमंत्री ने अपने संवाद के दौरान रेहड़ी-पटरी वालों को गरीबों के लिए चलाई जा रही केंद्र की योजनाओं के बारे में भी अवगत कराया. (Photo-PIB)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'पीएम स्वनिधि योजना' के तहत कर्ज लेने वाले मध्य प्रदेश के रेहडी-पटरी वालों के साथ संवाद किया. प्रधानमंत्री के स्ट्रीट-वेंडर्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संवाद को 'स्वनिधि संवाद' (SVANidhi Samvaad) नाम दिया गया. इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित थे.
प्रधानमंत्री ने अपने संवाद ने रेहड़ी-पटरी वालों को डिजिटल लेन-लेन अपनाने की सलाह दी. उन्होंने प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल न करने भी सलाह दी. उन्होंने कहा कि आजकल खाने-पीने का सामान बेचने वाले स्ट्रीट वेंडर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रख रहे हैं.
ग्वालियर में रेहड़ी पर शर्मा टिक्की स्टोर चलाने वाली अर्चना शर्मा से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने उन्हें आयुष्मान भारत योजना के बारे में भी जानकारी दी.
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रायसेन में सब्जी बिक्रेता डालचंद कुशवाह से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने जैविक सब्जी की अहमियत के बारे में बताया. डालचंद के साथ प्रधानमंत्री ने उज्जवला योजना, आयुष्मान भारत और लॉकडाउन में गरीबों के खाते में ट्रांसफर की नकद राशि के बारे में चर्चा की.
प्रधानमंत्री ने स्ट्रीट वेंडरों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले डिजिटल लेन-देन के बारे में भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि पीएम स्वनिधि योजना के तहत मिलने वाले लोन का सही इस्तेमाल करना चाहिए.
स्ट्रीट वेंडर्स के लिए यह योजना काफी लाभकारी साबित हो रही है।
— Narendra Modi (@narendramodi) September 9, 2020
इसे न केवल सहज-सुलभ बनाया गया है, बल्कि इसमें उनकी हर सुविधा का ध्यान भी रखा गया है। #AatmaNirbharVendor pic.twitter.com/MOBwRmaNGJ
रेहड़ी-पटरी वालों से बात करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वनिधि योजना ने रेहड़ी-पटरी वालों के अंदर आत्मसम्मान देने का काम किया है.
महामारी की सबसे ज्यादा मार
उन्होंने कहा कि दुनिया में जब भी कोई समस्या या महामारी आती है तो सबसे पहला और ज्यादा असर गरीब आदमी पर पड़ता है.
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में भी सबसे ज्यादा गरीब-मजदूर प्रभावित हुए. इस महामारी में गरीब लोगों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने कई योजनाएं शुरू कीं. उन्होंने कहा कि रेहड़ी-पटरी वाले लॉकडाउन के बाद अपना काम-धंधा फिर से शुरू कर सकें, इसके लिए पीएम स्वनिधि योजना शुरू की गई है.
पीएम मोदी ने कहा कि यह योजना इतनी सरल बनाई गई है कि कोई भी आदमी इसका लाभ उठा सकता है. इसमें ब्याज में छूट दी गई है. उन्होंने बताया कि इस योजना में ब्याज लगभग बिल्कुल नहीं के बराबर है. उन्होंने बताया कि अगर समय पर लोन चुकता कर देते हैं ब्याज में छूट मिलती है और अगर डिजिटल लेन-देन किया जाता है तो सरकार इसके लिए अलग से कैशबैक देती है. उन्होंने कहा कि रेहड़ी-पटरी वाले जो भी लोग पीएम स्वनिधि योजना से जुड़े हुए हैं उन तक केंद्र की सभी योजनाएं पहुंचे, इसके लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा.
पीएम स्वनिधि योजना
बता दें कि लॉकडाउन के बाद रेहड़ी-पटरी वाले (street vendors) अपने काम को फिर से शुरू कर सकें, इसके लिए केंद्र सरकार ने 'पीएम स्वनिधि योजना' योजना शुरू की थी. यह योजना इस साल 1 जून को शुरू की गई थी. इस योजना के तहत अब तक 10.12 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं और 3.42 से ज्यादा आवेदनों को मंजूरी दी जा चुकी है. अब तक 87,193 लोगों को इस योजना के तहत लोन दिया जा चुका है.
पीएम स्वनिधि योजना' की ज्यादा जानकारी इसके वेब पोर्टल pmsvanidhi.mohua.gov.in से हासिल की जा सकती है. इसी पोर्टल पर जाकर रेहड़ी-पटरी वाले अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.
मिलता है 10,000 रुपये का लोन
'पीएम स्वनिधि योजना' के तहत रेहड़ी-पटरी वालों को आसान शर्तों और किस्तों पर 10,000 रुपये तक का लोन दिया जाता है. अगर इस लोन को समय से पहले वापस कर दिया जाता है तो सरकार की तरफ से 7 फीसदी की दर से ब्याज में सब्सिडी दी जाती है. सब्सिडी की राशि तीन महीने में एक बार ऋण लेने वाले खाते में जमा की जाएगी.
कैश बैक भी
इस योजना के तहत अगर वेंडर अपने लेन-देन को डिजिटल माध्यम से करता है तो उसे महीने में कैश बैक भी मिलता है. डिजिटल लेन-देन के लिए कर्ज लेने वाले को एक डेबिट कार्ड और वेंडिंग स्टॉल के लिए एक क्यूआर कोड दिया जाता है. क्यूआर कोड के माध्यम से दुकानदार अपने ग्राहकों से पैसा ले सकते हैं. अगर लोन का पैसा समय पर चुका दिया जाता है तो रेहड़ी-पटरी वाले को और ज्यादा लोन मिल सकता है.
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इन्हें मिलेगा फायदा
'पीएम स्वनिधि योजना' के तहत गली-गली घूमकर, फुटपाथ या रास्ते पर ठेला लगाकर सब्जी, फल, तैयार खाने की चीजें, चाय, पकौड़े, ब्रेड, अंडे, कपड़े, किताब-कॉपी वगैरह बेचने वाले लोग शामिल हैं. नाई की दुकान, मोची, पान की दुकान, लॉन्ड्री की सेवाएं भी इसमें शामिल हैं.
11:57 AM IST